संक्षिप्त विवरण


इस्पात मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक उत्कृष्ट कंपनी के रूप में केआईओसीएल लिमिटेड (पूर्व में कुद्रेमुख आयरन ओर कंपनी लिमिटेड के रूप में विदित) का कम ग्रेड वाले लौह अयस्क के खनन और अनुलाभीकरण के लिए दिनांक 2 अप्रैल, 1976 को कुद्रेमुख, कर्नाटक, भारत में गठन किया गया था।

केआईओसीएल देश में लौह अयस्क खनन, अनुलाभीकरण और लौह-ऑक्साइड पैलेटीकरण के संचालन में चार दशकों से अधिक के अनुभव के साथ अग्रणी रही है।  केआईओसीएल के पास मंगलुरु, कर्नाटक में 2.16 लाख टन प्रति वर्ष पिग आयरन के निर्माण के लिए 3.5 एमटीपीए लौह-ऑक्साइड पैलेट प्लांट, ब्लास्ट फर्नेश यूनिट संचालित करने की सुविधा है।

केआईओसीएल एक निर्यातोन्मुख इकाई और निरंतर लाभांश भुगतान करने के साथ लाभ कमाने वाली कंपनी है जो एक सकारात्मक शुद्ध मूल्य व मिनी रत्न श्रेणी I सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम के साथ आईएसओ9001: 2015, आईएसओ14001: 2015 और आईएसओ45001: 2018 प्रमाणित कंपनी है। कंपनी का मुख्यालय बेंगलूरू, कर्नाटक में है।

पैलेट संयंत्र का परिचालनगत प्रदर्शन

केआईओसीएल ब्लास्ट फर्नेस और डायरेक्ट रिडक्शन संयंत्रों के लिए उत्कृष्ट रासायनिक और भौतिक विनिर्देशों के साथ बीएफ और डीआर दोनों ग्रेड के पैलेटों का उत्पादन कर रहा है।

कंपनी ने मैग्नेटाइट और हेमेटाइट दोनों प्रकार के अयस्कों के प्रबंधन, लंबी अवधि के अनुबंधों के माध्यम से घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों से सोर्सिंग, तटीय परिवहन के 100% उपयोग, उपकरणों / पुर्जों के स्वदेशीकरण आदि जैसी कई पहल आंतरिक अनुसंधान व विकास के माध्यम से की है।

केआईओसीएल ने एनएमडीसी, डोनीमलाई, कर्नाटक के अनुलाभीकरण और पैलेट संयंत्रों को परिचालन व अनुरक्षण आधार पर सफलतापूर्वक प्रारंभ व संचालित किया है।

मेक इन इंडिया की पहल

केआईओसीएल अपनी क्षमता उपयोग में सुधार और मेक इन इंडिया की पहल के माध्यम से देश के लिए कीमती विदेशी मुद्रा कमाने के लिए भी उच्चतर विस्तार हेतु निरंतर प्रयास कर रही है। इसके तत्वावधान में, आयातित लौह अयस्क / कंसेन्ट्रेट को पैलेटों में परिवर्तित करके उत्पादन क्षमता का अनुकूलन करने के द्वारा पेलेट प्लांट का टोलिंग प्लांट के रूप में भी  उपयोग किया जा रहा है।

  • कंपनी ने खनिज उत्खनन में प्रवेश किया है और वर्तमान में आयरन, मैंगनीज, लाइमस्टोन, निकल, क्रोमियम आदि के क्षेत्र में गतिविधियों को अंजाम दे रही है।
  • लौह अयस्क, क्रोमियम, लाभकारी पैलेट संयंत्र आदि का निर्माण और शुभारंभ, परिचालन और अनुरक्षण
  • कैप्टिव उद्देश्य के लिए सौर ऊर्जा संयंत्र के माध्यम से हरित ऊर्जा

वर्तमान कार्यक्षेत्र

  • ब्लास्ट फर्नेस यूनिट के बैकवर्ड और फॉरवर्ड इंटीग्रेशन के माध्यम से डक्टाइल आयरन स्पन पाइप निर्माण में प्रवेश करना
  • पैलेट संयंत्रों की स्थापना के लिए सहयोगी सार्वजनिक उपक्रमों के साथ संयुक्त उद्यम
  • कैप्टिव उद्देश्य के लिए देवदारी लौह अयस्क खान का विकास